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Career Option After BBA in Hindi - BBA Ke Baad Kya Kare

Update on 2024-06-03

Career Option After BBA in Hindi - BBA Ke Baad Kya Kare

आमतौर पर इंटरमीडिएट परीक्षा को पूरा करने के बाद, सभी स्टूडेंट्स उच्च शिक्षा की तरफ अगर्सर होते है। जिनमे कुछ BBA कोर्स का चयन करते है जिसका संक्षिप्त रूप है बैचलर ऑफ बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन (BBA)। यह एक तीन साल की पेशेवर डिग्री है। इस कोर्स का मुख्य उद्देश्य व्यवसाय और प्रबंधन के लिए प्राथमिक विद्या प्रदान करना है।

BBA कोर्स छात्रों को विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञता का अवसर देता है। जिनमें से कुछ - कंप्यूटर सूचना प्रणाली, आंतरिक व्यापार, अचल संपत्ति, वित्त, विपणन, लेखांकन और विपणन आदि। BBA कार्यक्रम के दौरान, छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान मिलता है ताकि वे किसी भी छोटे और बड़े संस्थान में काम करने के लिए तैयार हों।भारत के अंदर ऐसे बहुत सारे विश्वविधायलय है जो BBA कोर्स के माध्यम स व्यापार और कॉर्पोरेट जगत की पूर्ण रूप जानकरी हासिल करने म सक्षम है.

BBA डिग्री हाशिल करने क बाद, उम्मीदवारों को एम.एस ऑफ़िस और एम.आई.एस (मैनेजमेंट इनफॉर्मेशन सिस्टम) जैसे किसी एक क्विक लर्निंग कोर्स का सर्टिफिकेशन किसी अच्छे कोचिंग संसथान से अवश्य प्राप्त करना चाहिए। इस तरह की ट्रेनिंग से आप कॉर्पोरेट दुनिया में प्रवेश करने के लिए पूरी तरह स तैयार हो जायगे। BBA डिग्री के साथ-साथ नवीनतम सॉफ़्टवेयर की जानकारी और सर्टिफिकेशन आपको कॉरपोरेट वर्ल्ड में एक आसान तरीके से नौकरी प्राप्त करने में मदद करेगी।

जैसे की हम सभी जानते है की इंडिया क साथ साथ विदेशों में भी दिन प्रतिदिन नई नई कम्पनीज खोली जा रही है और हर तरह की छोटी बड़ी कंपनी को मैनेज करने क लिए मैनेजमेंट और बिज़नेस स्नातक डिग्री धारको की डिमांड बहुत ज्यादा बढ़ रही है। आज के हाई-टेक वाले समय म, BBA ग्रेजुएट्स के लिए व्यव्यसाय के बहुत सारे मौक़े लभ्य हैं। ज्यादातर BBA स्नातक प्रबंधन उम्मीदवार के रूप में भिन्न-भिन्न कंपनियों के बिक्री और विपणन व्यावसायिक क्षेत्रो में काम की खोज करते हैं।

BBA के बाद टॉप कोर्सेज (Top Courses After BBA)

बैचलर ऑफ़ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (BBA) कोर्स को पूर्ण रूप स सम्पन्न करने के उपरांत आप अपनी पढ़ाई को पि.जी कोर्स में दाख़िला लेकर आगे बढ़ा सकते है। आप अपने पैशन और रुझान के अाधार पर कोई सर्टिफिकेशन कोर्स भी कर सकते है।

यहाँ हमने कुछ इसी तरह के निम्नलिखित कोर्सेज की एक सूची प्रदान की है:

  • एमबीए (MBA) (मास्टर ऑफ़ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन)

BBA कोर्स को मुकम्मल करने के बाद, अधिकतर उम्मीदवार एमबीए (मास्टर ऑफ़ एडमिनिस्ट्रेशन) की तरफ अग्रसित होते है।  यह एक सबके प्रसिद्ध कोर्स है जिसको पूरा करने क बाद आवेदन उच्च पद पर एक उचित तनख़्वाह के साथ कार्यरत हो सकते है। यहां तक की आप खुद का कोई बिज़नेस भी शुरू कर सकते है और खुद के बॉस कहला सकते है।

भारत में, एमबीए की डिग्री 2 साल की अवधि में पूरी होती है। अगर आप शीर्ष पद वाले कॉलेज में दाख़िला लेने के इच्छुक है तो आपको निम्नलिखित प्रवेश परीक्षा में से किसी भी एक परीक्षा में अर्हक अंक प्राप्त करने होंगे। कुछ लोकप्रिय परीक्षाओं के नाम हैं- सीएटी, एक्सएटी, एसएनएपी और एमएएचसीईटी इत्यादि। इस कोर्स में अनेक तरह की विशेषज्ञता [फाइनेंस, मार्केटिंग, एचआर और इंटरनेशनल] उपलब्ध है इसीलिए आप अपनी रूचि के अनुसार किसी एक फ़ील्ड में विशेषज्ञता हासिल कर सकते हैं

इसका अर्थ यह हुआ है कि एमबीए डिग्री धारक किसी भी निजी और सार्वजनिक व्यावसायिक क्षेत्रो में  जैसे की टेक्नोलॉजी, हेल्थ केयर, मैन्युफैक्चरिंग, नॉन-प्रॉफिट ऑर्गेनाइजेशन और बहु-राष्ट्रीय कंपनियों में कार्यरत हो सकते है। भारत में कुछ प्रख्यात  एमबीए कॉलेज आईआईएमज (इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट), एफएमएस, आईआईएफटी, जेबीआईएमएस, एमडीआई गुड़गांव, आईएमटी गाज़ियाबाद, एमआईसीए अहमदाबाद और एक्सएलआरआई जमशेदपुर हैं.

  • पीजीडीएम (PGDM) (मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा)

पीजीडीएम (मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा) भी एक स्नातकोत्तर कोर्स है जिसको BBA कम्पलीट करने के बाद चुना जा सकता है। हालांकि एमबीए और पीजीडीएम कोर्सेज के मध्य में ज्यादा भिन्नता नहीं है। एमबीए यूनिवर्सिटी द्वारा ऑफर किया जाने वाला एक डिग्री कोर्स है जबकि, पीजीडीएम विभिन्न ऑटोनोमस इंस्टिट्यूशंस द्वारा ऑफर किया जाने वाला एक डिप्लोमा कोर्स है।

ऐसे बहुत सारे कॉलेजेस है जो एक वर्ष के डिप्लोमा कौसरसेस प्रदान करते है। पीजीडीएम कार्यक्रम में बहुत अच्छी पाठ्यक्रम संरचना होती है और इन पाठ्यक्रमों के लिए कई कंपनियों के रोज़गार का महत्व होता है।

  • एमएमएस (MMS) (मैनेजमेंट स्टडीज में मास्टर डिग्री)

BBA के बाद, Master's degree in Management Studies (MMS) भी एक अच्छा उचित चयन है। इस कोर्स की समय अवधि भी 2 वर्ष की है और इस कोर्स को आप किसी सरकारी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी द्वारा ऑप्ट कर सकते है। इस कोर्स में दाख़िला लेने क लिए कम से कम ५०% मार्क्स के साथ ग्रेजुएशन डिग्री का होना अनिवार्य है।

जो छात्र अभी फाइनल ईयर में हैं वो भी एक कोर्स के लिए आवेदन फॉर्म भर सकते है। इस कोर्स के माध्यम से छात्रगणो को मैनेजमेंट स्किल्स के साथ तैयार किया जाता है ताकि वो विभिन्न स्तरों पर बिज़नेस एक्टिविटीज को मैनेज और कंट्रोल कर सके। इस कोर्स के दौरान एंटरप्रेन्योरशिप स्किल्स को भी सशक्त किया जाता है। एमएमएस डिग्री को सफलतापूर्वक प्राप्त करने के बाद, आपको सम्मान जनक मैनेजमेंट पोजीशन्स और काफी उत्तम वेतन मिल सकता हैं।

BBA के बाद प्राइवेट सेक्टर जॉब्स (Jobs After BBA)

अगर हम प्राइवेट सेक्टर में जॉब की बात करे तो इस फ़ील्ड में प्रतिस्पर्धा कुछ ज्यादा ही देखने को मिलती है। इस क्षेत्र में कुशल उमीदवारो की आवश्यकता होती है जो अपने क्विक प्रॉब्लम सॉल्विंग और निर्णय लेने के टैलेंट के साथ दिनपरतदीन मार्केट में आने वाली चुनौतियों को आसानी से सोलव कर सके।

कॉर्पोरेट छेतर में मैनेजमेंट प्रोफेशनल को काफी अच्छा वेतन मिलता है।

कुछ इंडस्ट्रीज़ के नाम इस प्रकार है-

  • एंटरटेनमेंट
  • फाइनेंस
  • इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (आईटी)
  • इंश्योरेंस
  • मीडिया
  • ऑनलाइन मार्केटिंग
  • मैन्युफैक्चरिंग
  • एडवरटाइजिंग
  • एविएशन
  • बैंकिंग
  • कंसल्टेंसी
  • डिजिटल मार्केटिंग

BBA के बाद गवर्नमेंट सेक्टर जॉब्स

अगर हम बात करे सरकारी क्षेत्र में प्रबंधन पेशेवरों के वेतन पैकेज की तो निजी क्षेत्र के मुक़ाबले गवर्नमेंट सेक्टर म कुछ ज्यादा अच्छा वेतन नहीं होता है, परन्तु सार्वजनिक क्षेत्र में आपको काम का प्रेशर बहुत कम है और नौकरी की सुरक्षा और स्थिरता अधिक मिलेगी।

BBA स्नातक के लिए कार्य क्षेत्र

BBA कम्पलीट करने के बाद, आप अपने स्कील्स और शौक अनुसार निम्नलिखित क्षेत्रों में जॉब के लिए अप्लाई कर सकते हैं:

  • एंटरप्रेन्योरशिप
  • फाइनेंस एंड एकाउंटिंग मैनेजमेंट
  • एचआर मैनेजमेंट
  • मार्केटिंग मैनेजमेंट
  • सप्लाई चेन मैनेजमेंट
  • टूरिज़्म मैनेजमेंट

पारिश्रमिक पैकेज

मैनेजमेंट कोर्सेज अच्छी सैलरी के लिए फेमस है। इस सेक्टर में सैलरी पैकेज इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस कंपनी का इंटरव्यू क्रैक करते हैं और आपकी सैलरी नेगोशिएशन स्किल्स कैसे हैं। किंतु शुरुआत के लिए कम से कम 10 से 12 हज़ार महीने की सैलरी का पैकेज तो मिल ही जाता है।

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